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नींबू 7 रु. किलो खरीदकर 10 का एक बेचा, मुनाफाखोरी ने किया महंगा

नींबू
Written by Bheru Lal Gaderi

एक किलो यानी करीब 25 नींबू खेत से 7 रुपए में निकलकर चिल्हर बाजार में बेचे जा रहे हैं 250 रुपए में यानी… किसान से बाजार के बीच बिचौलियों को 30 गुना से ज्यादा मुनाफा।

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ऐसा धंधा:-

बाजार में एक निम्बू 10 से 12 रुपए में मिल रहा है। निम्बू की बढ़ी कीमतों से लोगो को लग रहा है की निम्बू उगाने वाले किसानों तो मालामाल हो गए होंगे। हकीकत कुछ और ही है। दरअसल जो निम्बू बजार में तीन से चार सो रूपये किलो तक बेचे जा रहे हैं उसे बिचोलिये मात्रा 6-7 रूपये किलो खरीद रहे है। यानि खरीद से लगभग पचास गुना ज्यादा कीमत में खुले बाजार में बेच रहे है।

लागत भी नहीं निकल रही:-

छत्तीसगढ़ में 30 एकड़ में निम्बू की खेती कर रहे निरंजन सिंह ने बताया कि लगभग 30 लाख की लागत में उन्होंने नींबू लगाया है, लेकिन पिछले सीजन में सिर्फ दो से ढाई लाख रुपए तक का नींबू ही बेच पाए उन्होंने बताया कि बारिश में नींबू निकालने के बाद वे पूरा पौधा उखाड़ देंगे।

इसी तरह महासमुंद के किसान देवेंद्र चंद्राकर ने बताया कि 20 एकड़ में उन्होंने नींबू लगाएं हैं आज इतना महंगा हो गया क्या और छोड़ने के बाद बेचने पर मूलधन भी वापस नहीं आ पा रहा है उन्होंने कहा कि नींबू को जब जरूरत हो तब पानी मिले तब उसका उत्पादन अच्छा होता है लेकिन इस बार बारिश होने से अच्छा नहीं आया।

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लोकल फसल का रेट बाजार में इतना गिराया कि कई किसानों ने नींबू की फसल खेत से उखाड़ फेंकी:-

जनवरी में वर्षा से नुकसान:-

गाजियाबाद के देव ओके माहुल कोर्ट में नींबू के 80 पेड़ से सीजन में डेढ़ से ₹200000 कमाने वाले युवा किसान अवनीश पात्र कि इस साल होने तक नहीं हुई है जनवरी में हुई बेमौसम बारिश से फूल झड़ गए उत्पादन 30% घट गया अवनीश ने नींबू की खेती छोड़ने की तैयारी कर ली।

2 एकड़ की फसल उजाड़ी:-

बिलासपुर में बड़े साइज के सीडलेस नींबू खेती भी सिमट रही है किसान अयूब भाई ने बताया कि पिछले साल की खेती बंद कर दी सतीश ने 2 एकड़ की फसल को उजाड़ दिया क्योंकि डिमांड नहीं थी मस्तूरी इलाके में ही कुछ खेत बचे हैं।

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आंध्र के नींबू को ज्यादा महत्व:-

लोकल किसानों को दिक्कत, महासमुद्र के लोकल मार्केट में आंध्र से आने वाली निम्बू को ज्यादा महत्व दिया जाता है। इससे किसानों को नुकसान हो रहा है। किसान रमेशचंद्रा ने बताया कि पिछले 10 साल में 32 एकड़ में नींबू ऊगा रहे हैं। वाटर लेवल कम होने के कारन फसल को नुकसान पहुंचा है।

खेती महंगी फायदा घटा:-

  1. एक एकड़ में लगभग एक लाख रूपये खर्चा।
  2. प्रति एकदा उत्पादन लगभग 18 से 20 टन।
  3. किसान बोले 50 रूपये किलो बिके तो मुनाफा।
  4. लेकिन खेत से 5-7 किलो में ही खरीदी।
  5. एक किलो में 20 से 25 नींबू चढ़ते हैं।

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