कृषि यंत्र/ Agriculture Machinery

थ्रेसर का सुरक्षित उपयोग

थ्रेसर
Written by Vijay Gaderi

आजकल फसलों की गहाई हेतु थ्रेसर काफी प्रचलित है। बहुफसलीय थ्रेसर का चुनाव कृषकों के लिए लाभकारी रहता है। इस थ्रेसर में छलनी, बीटर की गति, कनकेव एवं कनकेव की विलयरेस आदि में बदलाव कर विभिन्न फसलों की गहाई की जा सकती है। थ्रेसर के उपयोग के समय श्रम एवं फसलोपरांत नुकसान में कमी होती है। भारतीय मानक ब्यूरो (आई. एस. आई.) मार्का थ्रेसर ही खरीदें। थ्रेसर का सुरक्षित उपयोग आवश्यक है, अन्यथा दुर्घटना के कारण विकलांगता हो सकती है।

थ्रेसर

निम्न सुझावों / बिन्दुओं को ध्यान में रखकर कृषक सुरक्षित ढंग से थ्रेसर का संचालन कर लाभान्वित हो सकते हैं:-

  1. विद्युत चालित थ्रेसर में तारों के जोड़ों पर प्लास्टिक टेप लगाकर रखें अन्यथा करंट द्वारा दुर्घटना हो सकती है। सर्किट स्टार्टर का उपयोग करें।
  2. डीजल इन्जिन थ्रेसर से बेल्ट द्वारा ट्रांसमीशन व्यवस्था में जाली द्वारा सुरक्षा रखें।
  3. इसकी गति, फसल के अनुसार, उत्पादक द्वारा निर्धारित / अनुशंसित रखें।
  4. थ्रेशर समतल स्थान पर स्थापित करें अन्यथा संचालन में असुविधा रहती है।
  5. पहिये जमीन में 15 सें.मी. गडढे में बिठायें ताकि संचालन के समय कम्पन्न न हो।
  6. बेल्टों में तनाव समुचित रहे।ढीली बेल्ट से शक्ति स्थानान्तरण में ह्रास होता है एवं बेल्ट स्लिप कर सकती है।
  7. थ्रेशर से भूसा निकलने की दिशा हवा बहने की दिशा में हो।
  8. थ्रेसर चलाते समय ढीले-ढाले कपड़े न पहनें अन्यथा कपड़ा फंसने का अंदेशा रहता है।
  9. फसल देने हेतु परनाला लगभग 90 सें.मी. हो तथा कम से कम 45 सें. मी. ढका हो ताकि बीटर को खिंचाव से हाथ अन्दर न जा सके एवं दुर्घटना से सुरक्षा रहे। कुछ कृषक इसे निकालकर रख देते हैं ऐसा नहीं करें।
  10. थ्रेसर चलाने से पूर्व सभी नट-बोल्ट कसे रहें अन्यथा कम्पन्न अधिक होगा।
  11. बीयरिंग में समय-समय पर ग्रीस देते रहें।
  12. थ्रेशर से गहाई करते समय मद्यपान न करें अन्यथा दुर्घटना की संभावना अधिक होती है।
  13. श्रमिकों से अधिक घण्टे काम लेने पर थकान के कारण दुर्घटना की संभावना रहती है।
  14. काम नहीं लेने के समय मोटर खोल कर रख दें तथा छायादार शेड में थ्रेशर को रखें।
  15. प्राथमिक उपचार बाक्स साथ रखें। ताकि दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति की प्राथमिक चिकित्सा की जा सके।
  16. रात में थ्रेशर चलाते समय रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था हो ।
  17. गीली तथा कच्ची फसल काटने पर सूखने पर ही गहाई करें अन्यथा गीली फसल शाफ्ट में फंस जाती है तथा रगड़ से मशीन में आग लग सकती है।

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