लीची (Lychee) एक उष्णकटिबंधीय सदाबहार फल है जिसका मूल स्थान चीन हैं। भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान में भी इसकी बागवानी होती है। लीची हिमालय की पर्वत श्रंखला में पैदा होने वाला रसीला फल है जो अपने विशिष्ट स्वाद और सुगंध के कारण लोकप्रिय है जो मई और जून तक मिलती है। लीची स्वादिष्ट ही नहीं उसमें अनेक औषधीय गुण भी पाए जाते हैं और पोष्टिकता की दृष्टि से भी वह अव्वल है।
यह छोटे आकार का और पतले लेकिन छोटे, मोटे और नरम कांटो से भरे छिलके वाला फल है। इसका छिलका पहले लाल रंग का होता है और अच्छी तरह पक जाने पर थोड़े गहरे रंग का हो जाता है जो स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक होता है। इसके गुद्दे के अंदर गहरे भूरे रंग का एक बड़ा बीज होता है जो खाने के काम नहीं आता है।
फलों की रानी लीची गर्मियों की जान हैं। लीची का नाम आते ही मुंह में मिठास और रस घुल जाता है यह देखने में जितनी सुंदर है खाने में उतनी ही स्वादिष्ट है। आज लीची एक फल ही नहीं रही है उसे शेक, सलाद, जूस के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें विटामिन सी, पोटेशियम, शर्करा की भरमार होती है। लीची में वे सभी मिनरल्स होते हैं जैसे कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम जो की हमारे शरीर की हड्डियों और शरीर के विकास के लिए आवश्यक होते हैं।
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लीची के औषधीय गुण:-
- लीची कोलेस्ट्रॉल संतृप्त वसा रहित लो कैलोरी फल है जिसमें रेशे बहुतायत में होते हैं।
- लीची गर्मियों से बचा सकती हैं गर्मियों के मौसम में शरीर को पानी की बहुत जरूरत होती है गर्मियों में खाने से शरीर को विटामिन सी और पानी भरपूर मात्रा में मिलता है। लीची में एंटीआक्सीडेंट होता है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है।
- लीची से शराब, उसके गुद्दे व छिलके से वेट लॉस, ब्लड प्रेशर नियंत्रण है डिजीज की सम्लिमेट्री दवा और स्किन क्रीम चेहरे की झुर्री घटाकर चमक भी बढ़ती है।
- इससे शरबत, फ्रूट सलाद और आइसक्रीम खाने का रिवाज है। चीनी संस्कृति में लीची का महत्वपूर्ण स्थान है। यह घनिष्ठ पारिवारिक संबंधों का प्रतीक समझी जाती हैं।
- लीची से रक्त व शारीरिक क्षमता बढ़ती है यह बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करती हैं। साथ ही पाचन क्षमता बढ़ाती है।
- इसमें मौजूद फलेवनाइड्स जैसे तत्व इसे एंटी ब्रेस्ट कैंसर गुण देती है। इसलिए लीची का सेवन महिलाओं के लिए विशेष हितकारी है।
- यह त्वचा के दाग- धब्बों को हटाकर उसे सुंदर व नम बनाती है रक्त को शुद्ध करती है।
- अलीगोनोल एक कम आणविक तत्व हैं जो एंटीऑक्सीडेंट और विरोधी इन्फुएन्जा वायरस, यह अंगो में रक्त परवाह में सुधार, वजन कम करने में, हानिकारक यु वी किरणों से त्वचा की रक्षा करती है।
- इसमें पोटेशियम, तांबा और खनिज बहुतायत में होने से दिल की दर और रक्तचाप को नियंत्रित करता है, यह स्ट्रोक और कोनोनरी हृदय रोग के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। तांबा लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए आवश्यक है।
प्रति 100 ग्राम लीची में उपस्थित पोषक तत्व:-
मूल्य ऊर्जा 66 किलो कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट 12.7%, प्रोटीन 1.5%, वसा 2%, फाइबर 3.5%, फोलेटस 3.5%, नायसिन 3.5%, कोलिन 1%, पैरोडोक्सिन 9%, रिबोफ्लेविन 5%, थायमिन 1%, विटामिन सी 11.9%, विटामिन ई 0.5%, पोटेशियम 3.5%, कैल्शियम 0.5%, तांबा 1.6%, लोहा 4%, मैग्नीशियम 2.5%, मेगनीज 2.5%, फास्फोरस 4.5%, सेलेनियम 1%, जस्ता 0.5% ।
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प्रस्तुति:-
डॉ. अशोक सिंह, प्राध्यापक एवं प्रमुख,
पशु चिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन महाविद्यालय, महू (म.प्र.)